Tuesday, September 10, 2019

अहमदाबाद से लखनऊ यात्रा-( first trip from ahemadaba to lucknow)

My first trip from Ahemadabad to lucknow---
Beautifull Lucknow station

Musuem घूमने के बाद राजकोट से अहमदाबाद गया! कुछ जगहो पर जाने की planning थी, but health issues के कारण मुझे वहां से लखनऊ के लिए टिकट लेनी पड़ी! उस टाइम मै बहुत disspointed था यारो! मैंने साबरमती वाराणसी एक्सप्रेस का टिकट लिया, लखनऊ तक के लिए! चुकी emergency थी so general ticket मिला! 08:45pm पर ट्रेन था,या थी Am confuse now... जैसे तैसे करके ट्रेन में घुसा,एक प्यारी सी cute सी मुस्कान नाम की लड़की थी, I think 12 year age था! रास्ते भर बात करके पका दी,साथ में अम्मा जी भी थी जो हर घंटे बिमल(तम्बाकू हानिकारक है कृपया ना खाए) खा रही थी! उन्होंने मेरी help भी की, actually हुआ ए की ट्रेन में Gay आ गए थे,और मै आपको बता दू की मेरी फटती है उनसे काफी जादे! अब हुआ ए की मेरे पास छुट्टे पैसे नहीं थे मैंने जल्दी से उनसे मांगा और उनको paytm कर दिया! अरे यार मै ए कैसे कर सकता हूं मै तो Google pay use करता हूं! बाद में पैसे छुट्टे करा के मैंने अम्मा को वापस कर दिए! Orai station पर ओ दोनों लोग उतर गए! सच में मुस्कान की मुस्कान बहुत cute थी! रात में मै ऊपर वाली सीट पर चला गया,मुझे ऊपर वाली सीट काफी पसंद है मै maximum time ऊपर वाली सीट पर ही travel करना पसंद करता हूं! Guys धीरे धीरे train में काफी भीड़ हो गई और भाई लोग क्या बताऊं आपको मुझे बहुत जोरो की आयी, सूसू !!!!!!
#Susu time
जिस डिब्बे में मै था उसका ऊपर वाला सीट काफी ऊपर था,उतरने में भी बहुत problem थी; अगर उतरता तो किसके सिर पर पैर रखता,सच में भाई कंट्रोल नहीं हो रहा था यार ! और इतना दुबला पतला हूं कि धमकी दे कर उतर भी नहीं सकता था,सब बहुत मारते क्युकी सबका mind गरम था,सीट ना मिलने से और अगर चला जाता तो सीट वापस से मिलती नहीं,,यार सच बताऊं इतना मेहनत लगा controal करने में की comment करके plz मत पूछना!और पूरी रात मै बिना सूसू किए सो गया,finally ओ पल आ गया जब मैंने मूत्र विसर्जन किया, सच में काफी मजा आया सूसू करने में😂सच में जन्नत का सैर कर रहा था भाई,क्युकी पूरी रात कंट्रोल करो तब आपको पता चलेगा सूसू से मिलने वाली खुशियों के बारे में की कितना मजा आता है! उस रात मुझे अपने अंदर के talent के बारे में पता चला कि मेरे अंदर कितना धैर्य (patience) है! एक स्टेशन पर मिया बीबी डिब्बे में आए गए, उन दोनों लोगों ने पूरे डिब्बे में ट्रेनकंप ला दिया,अब हमारे पूरे डिब्बे में बस अशांति फैल गई! तीन बच्चे उनके तो थे ही साथ में बहुत जादा समान भी था! आपको तो पता है general में कितना मजा आता है,जहा पर बैठने का जगह नहीं वहां पर समान रखने की भी problem😭 और तो और ओ दोनों सबसे झगडा करना भी स्टार्ट कर दिए! सच में मन कर रहा था कि वहीं पीट दू उनके बच्चो को ,क्युकी आदमी की बॉडी सही थी मुझे बहुत मारता, इसलिए मै आराम से ऊपर बैठ कर झगडे का आनंद ले रहा था! Wow क्या झगडा था यार! Guys actually हुआ ए उन लोगो का सामान बहुत जादे थे इसलिए सबको दिक्कत हो रही थी! Finally 02:15am पर मै लखनऊ पहुंच गया!               रात को स्टेशन पर ही सो गया! सुबह 7 बजे उठा फिर ब्लॉग बनाने के लिए चला गया!!!!!🥰 ट्रेन में बहुत दिक्कत होती है, नाही बाथरूम सही नहीं बैठने के लिए जगह,जानते हो problem कहा है???
shot at Lucknow station
पता है कि आपको पता है फिर भी इग्नोर करते हो! P,p में है,
मतलब ए है मेरा problem, population में है,इंडिया में 2 से 3 करोड़ लोग daily यात्रा करते है,तो भाई ए problem , तो आयेगी ही!
 Suggestion**Dear husband और  उनकी wife plz control your self 
                 
Lucknow musuem

                🥰Love u  Guys so much🥰
Plz comment for your suggestion,,,,,

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